बागपत । प्रदेश सरकार ने निजी प्रकाशकों की लूट पर अंकश लगाते हुए इस बार माध्यमिक विद्यालयों के पाठ्यक्रम में फेरबदल करते हुए एनसीइआरटी का किताब लागू की हैं। लेकिन पुस्तक विक्रेता यहां भी मुनाफाखोरी करने से बाज नहीं आ रहे, और पाठ्यपुस्तकों को ओवररेट पर बेचा जा रहा है। शहर की किताब वाली गली के सामने एकत्र हुए इंटर कालेज छात्रों ने पुस्तक विक्रेताओं के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। उनका कहना था कि किताबों वाली गली में दो पुस्तक विक्रेताओं पर ही एनसीइआरटी की पुस्तके उपलब्ध हैं, जो प्रति पुस्तक 10 से 35 रुपये अतिरिक्त वसूले जा रहे हैं। दुकानदार पुस्तकों के साथ मंहगी नोटबुक भी जबरन थोप रहे हैं। वहीं पुरानी किताबों का एक विक्रेता भी मनमाने दाम वसूल रहा है। छात्रों ने बताया कि उनके परिवार की माली हालत बेहद कमजोर है। ऐसे में उन्हें पुस्तकें भी मंहगे दामों पर खरीदनी पड़ रही है। छात्रों ने मामले की शिकायत जिलाधिकारी से करने की चेतावनी दी। माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रचार मंत्री अजय राज शर्मा ने पुस्तक विक्रेताओं की इस निरंकुशता पर रोक लगाने की मांग की है। उन्होंने बताया कि शासन की मंशा बच्चों को कम दामों पर पुस्तकें मुहैया कराने की है, स्थानीय प्रशासन को इस पर ध्यान देना चाहिए और आरोपितों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। प्रदर्शन करने वाले में साकिब, शमीन, मोहित, हेमंत, विशाल, अमर, अमन, हिमांशू, आकाश आदि मौजूद थे।
सरकारी किताबों पर लूटखसोट, छात्रों में रोष